बॉलीवुड के वो डायरेक्टर जिन्होंने एक्टिंग में भी हाथ आजमाया
बॉलीवुड में एक्टिंग सबको रास नहीं आती है। ऐसे कई उदाहरण हैं जिन्हें लांच तो बड़े धूमधाम से किया गया लेकिन वो अपनी अदाकारी से कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। इस कड़ी में बॉलीवुड के कई डायरेक्टरों ने भी अपने हाथ आजमाए और लोगों ने उनकी एक्टिंग को पसंद भी किया। वर्तमान समय में इस कड़ी में बिहार के रहने वाले मशहूर डायरेक्टर प्रकाश झा का नाम सबसे पहले आता है।
मृत्युदंड, अपहरण, सत्याग्रह, आरक्षण और गंगाजल जैसी बेहतरीन फिल्में देने वाले प्रकाश झा ने जब अपने हाथ एक्टिंग में आजमाए तो यहां भी लोगों से उन्हें बहुत प्यार मिला। उन्होंंने गंगाजल-2 में पुलिस ऑफिसर की भूमिका में जान डाल दिया। उनका उस फिल्म में महिला एसपी प्रियंका चोपड़ा को मैडम सर कहना लोगों को इतना पसंद आया कि उसके बाद महिला ऑफिसर को मैडम सर कहने का मानो एक ट्रैंड बन गया।
इसके अलावा सांड की आंख में ताऊ जी के किरदार में भी प्रकाश झा ने लोगों को खूब आकर्षित किया। कई शॉर्ट फिल्मों में एक्टिंग कर चुके प्रकाश फिलहाल फिल्म मंटो की साइकिल को लेकर काफी उत्साहित हैं जिसे 25वें बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दिखाया जाएगा।
इस कड़ी में दूसरा नाम आता है लीक से हट कर फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर तिग्मांशु धूलिया का जिन्होंने न केवल हासिल, पान सिंह तोमर, साहेब बीवी और गैंग्स्टर जैसी फिल्मों से लोगों का दिल जीता, बल्कि उनका रमाधीर सिंह का अवतार लोगों की जुवां पर चढ़ गया। गैंग्स ऑफ वसेपुर में रमाधीर सिंह के किरदार को उन्होंने अपनी डॉयलोग डिलीवरी से जीवंत कर दिया। इसके अलावा उन्होंने मांझी द माउंंटेन मैन भी जानदार एक्टिंग की। हालांकि उन्होंने 1-2 वेव सीरीज में भी जरूर काम किया लेकिन वो लोगों की याद में अपनी रमाधीर सिंह की छवि को तोड़ नहीं पाए।
जाने-माने डायरेक्टर अनुराग कश्यप को कौन भूल सकता है, जिन्होंने ब्लैक फ्राइडे, गैंग्स ऑफ वसेपुर, रमन राघव, देव डी, मनमर्जियां और गुलाल जैसी फिल्में बनाई। हालांकि एक्टिंग के मैदान में जब वो उतरे तब उन्हें पता चला कि कैमरा फेस करना कितना मुश्किल होता है?
2016 में आई फिल्म अकीरा में उन्होंने एक भ्रष्ट पुलिसवाले का किरदार निभाया था। फिल्म सागिर्द में भी उन्होंने बंटी भैया का किरदार निभाया। ब्लैक फ्राइडे, नो स्मोकिंग, लक बाई चांस, भूतनाथ रिटर्न्स और हैप्पी न्यू ईयर जैसे फिल्मों में वो कैमियो रोल में नजर आए।
2008 में जब फरहान अख्तर ने रॉक ऑन फिल्म से अपने एक्टिंग के सफर की शुरूआत की तो लोगों को उनकी एक्टिंग उतनी पसंद नहीं आई। लेकिन भाग मिल्खा भाग जैसी फिल्म के बाद उन्हें लोगों ने एक एक्टर के तौर पर आखिरकार स्वीकार लिया। उसके बाद तो उन्होंने वजीर, जिंदगी मिलेगी न दोबारा और दिल धड़कने दो जैसी एक से एक फिल्में की। फिल्हाल वो अपनी अगली फिल्म तूफान की शूटिंग में व्यस्त हैं।
इस कड़ी में अगला नाम है फराह खान का जिन्होंने ओम शांति ओम, तीस मार खान और हैप्पी न्यू ईयर जैसी फिल्में बनाई। लेकिन 2012 में उन्होंने बोमन ईरानी के साथ अपने एक्टिंग के सफर की शुरूआत फिल्म सीरीन फरहाद की तो निकल पड़ी से की।
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